Pakistan dossier big revelation operation sindoor target more areas than revealed by india pahalgam attack

ऑपरेशन सिंदूर पर पाकिस्तान का बड़ा कबूलनामा सामने आया है. पाक के डोजियर में दावा किया गया है कि जितना भारतीय सेना ने दावा किया था उससे ज्यादा ही इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान को नुकसान पहुंचाया है. दरअसल, रिपोर्ट में साफ बताया गया है कि भारत ने मारा ज्यादा लेकिन बताया कम. हमले के बाद भारतीय सेना ने बताया था कि पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया था, लेकिन डोजियर में मैप के जरिए बताया गया है कि भारत ने पाकिस्तान के सिर्फ 9 नहीं बल्कि और भी इलाकों पर अटैक किया था.

मैप में पेशावर, झांग, सिंध में हैदराबाद, पंजाब में गुजरांवाला, भवालनगर, अटक और छोर पर हमले दिखाए गए हैं. पिछले महीने हवाई हमलों के बाद प्रेस ब्रीफिंग में भारतीय वायु सेना ने इन स्थानों का नाम नहीं लिया था. पाकिस्तान के ऑपरेशन बुनयान उन मार्सोस पर डोजियर में कहा गया है कि भारत के बताए गए ठिकानों से कम से कम 8 अधिक ठिकानों पर हमला किया गया. इससे साफ पता चल रहा है कि भारत ने पाकिस्तान के कितने अंदर तक हमले किए.

पाकिस्तान को हुआ ज्यादा नुकसान

18 मई को कई देशों को सौंपे गए पाकिस्तान के डोजियर से खुद ही सामने आया है कि भारत ने पाकिस्तान को गहरी चोट पहुंचाई है. पाकिस्तान ने अब खुद ही ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय मिसाइलों और ड्रोनों से हुए भारी नुकसान को स्वीकार किया है.

पाकिस्तान के डोजियर के मुताबिक भारत ने इन इलाकों में भी अटैक किया-

  1. पेशावर
  2. झांग
  3. सिंध में हैदराबाद
  4. पंजाब में गुजरांवाला
  5. भवालनगर
  6. अटक
  7. छोर

पाकिस्तान के डोजियर में कहा गया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय मिसाइलों और ड्रोनों ने पाकिस्तान के अंदर कहीं अधिक गहराई तक और अधिक स्थानों पर हमला किया. हालांकि, भारतीय सेना ने अपनी प्रेस ब्रीफिंग में 9 ठिकानों पर हमला करने की बात स्वीकार की थी, लेकिन पाकिस्तान के डोजियार से पता लगता है कि भारत की तरफ से अंजाम दिए गए हमले में 9 से ज्यादा ठिकानों पर अटैक किया गया. भारत ने जितना सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है उससे ज्यादा ठिकानों पर अटैक हुआ है. साथ ही पाकिस्तान ने उन इलाकों को मैप पर भी दर्शाया है.

भारत ने लॉन्च किया ऑपरेशन सिंदूर

पाकिस्तान की तरफ से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हमला किया गया था. इस हमले में 26 से ज्यादा लोगों की जान गई थी. इस आतंकवादी हमले के बाद भारत का खून खौल गया था. 7 मई की रात को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया. भारतीय सेना ने इस हमले में पाकिस्तान को सबक सिखाया. बाद में पूरे देश को जानकारी दी गई कि पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. हालांकि, अब सामने आ गया है कि भारत ने और भी गहरी चोट पाकिस्तान को दी थी. भारत के इतने भीषण हमले की ही वजह है कि पाकिस्तान की तरफ से युद्धविराम की मांग की जाने लगी.

इसी के साथ पाकिस्तान की यह रिपोर्ट उसके उन सभी दावों को भी खारिज करती है, जिसमें वो कह रहा था कि उसने भारत को नुकसान पहुंचाया है. रिपोर्ट में पाकिस्तान ने साफ बताया है कि भारत के हमलों से उसको कितना नुकसान हुआ है. वहीं, दूसरी तरफ पाकिस्तान की तरफ से किए गए नाकाम हमलों को, उसकी कई मिसाइलों को हवा में ही ढेर कर दिया गया.

भारत ने किन इलाकों में हमले की दी थी जानकारी

7 मई के बाद भारतीय सैन्य ब्रीफिंग में सावधानीपूर्वक सटीक हमलों के लक्ष्यों की रूपरेखा तैयार की गई थी – पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 9 स्थान पर हमले की जानकारी दी गई थी.

  1. बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय
  2. मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा की सुविधा जैसे आतंकी केंद्र शामिल थे.
  3. मुजफ्फराबाद
  4. कोटली
  5. रावलकोट
  6. चकस्वारी
  7. भीमबेर
  8. नीलम घाटी
  9. झेलम
  10. चकवाल में हमला करने की बात कही गई थी.

हो सकता है रणनीतिक कदम

नए पाकिस्तानी खुलासे से पता चलता है कि भारत की तरफ से अतिरिक्त हमले वाले स्थानों को प्रेस ब्रिफिंग में न बताना एक एक रणनीतिक कदम हो सकता है, जिसका मकसद संभावित रूप से पाकिस्तान को नुकसान के पूर्ण पैमाने का खुलासा करने के लिए मजबूर करना है, जिससे पाकिस्तान के हमले को लेकर किसी भी इनकार को कमजोर किया जा सके.

7 मई के हमलों के बाद भारत के इस बात पर जोर देने के बावजूद कि उसने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है, पाकिस्तान ने भारत के पश्चिमी हिस्से में नागरिक क्षेत्रों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर ड्रोन और मिसाइलों की बौछार कर दी. भारत ने पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठान पर हमला करके जवाब दिया. 11 हवाई अड्डों को निशाना बनाया गया. इनमें नूर खान, रफीकी, मुरीद, सुक्कुर, सियालकोट, पसरूर, चुनियन, सरगोधा, स्करू, भोलारी और जैकोबाबाद शामिल हैं. भारी क्षति के कारण पाकिस्तान के पास संघर्ष विराम के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा, जिससे तीन दिनों से जारी तनाव समाप्त हो गया.

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