देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटों में 65 मामले सामने आए हैं और कोविड-19 के कारण पांच लोगों की मौत हो गई. यही नहीं, मंगलवार को एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 4026 हो गई, जबकि बीते दिन 3961 एक्टिव मामले थे. इस समय देश में कोरोना से सबसे अधिक केरल प्रभावित है. उसके बाद महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली का स्थान है. ये जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के नए आंकड़ों से सामने आई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में जिन मरीजों की मौत हुई है उनमें से चार बुजुर्ग हैं, जिन्हें मधुमेह, उच्च रक्तचाप और निमोनिया जैसी पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां थीं. पांच मृतक मरीजों में एक केरल, दो महाराष्ट्र, एक पश्चिम बंगाल और एक तमिलनाडु का है. साथ ही इस साल जनवरी से लेकर अब तक कोरोना से 37 लोगों की मौत हो चुकी है.
पिछले 24 घंटों में किस राज्य मिले कोरोना के मरीज
वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जहां बीते कुछ दिनों में 124 नए संक्रमण सामने आए, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या 393 हो गई. महाराष्ट्र में 69 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 494 हो गई. पश्चिम बंगाल में 11 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या 372 हो गई.
आईसीएमआर के महानिदेशक राजीव बहल ने पुष्टि की कि दक्षिणी और पश्चिमी भारत से सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चलता है कि मामलों में मौजूदा उछाल ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट के कारण है, जिन्हें गंभीर के रूप में क्लासीफाइड नहीं किया गया है. उनका कहना है कि वह स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. इस समय कुल मिलाकर हर किसी को निगरानी करनी चाहिए, सतर्क रहना चाहिए. साथ ही साथ उन्होंने दावा किया है कि कोरोना के इस वेरिएंट से कोई चिंता की बात नहीं है.
राज्य सरकारों ने जारी की एडवाइजरी
कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) ने एडवाइजरी जारी कर दी है. इस एडवाजरी के जरिए कहा गया है कि सरकारी और प्राइवेट दोनों स्वास्थ्य सुविधाओं से अपील की गई है कि वे हर तरह से तैयार रहें. इसके लिए पर्याप्त बेड, ऑक्सीजन की सप्लाई, एंटीबायोटिक्स और अन्य जरूरी दवाएं होनी चाहिए. साथ ही साथ कर्नाटक में छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को एहतियात के तौर पर मास्क पहने और दूरी बनाए रखते हुए देखा गया है. इस बीच, दिल्ली हाई कोर्ट ने सैंपल कलेक्शन, कलेक्शन सेंटर्स और सैंपल के ट्रांसपोर्ट के संबंध में उठाए गए कदमों पर केंद्र सरकार से स्थिति रिपोर्ट मांगी है.